2 वर्षों से अधिक समय से सामुदायिक शौचालय का नहीं खुला ताला,,, ग्रामीण सुविधा से वंचित,, जिम्मेदारों का डर कही ताला खुलते भ्रष्टाचार ना आ जाए बहार।
$झाबुआ हलचल
परवलिया@उमेश पाटीदार
यह मामला थांदला ब्लाक कें ग्राम पंचायत परवलिया का हे।जहा 3.50 लाख से अधिक राशी से बना सुलभ शौचालय केवल शोभावटी बन रहा गया। स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम परवलिया में बनाया गया। सुलभ शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। निमार्ण के वक्त अधिकारियों की अनदेखी के चलते निर्माण कार्य में बड़ी अनियमित बरती गई है। हालांकि पिछले दो वर्षों से अभी तक सुलभ शौचालय चालू भी नहीं हुआ। कहने को तो शौचालय दो से ढाई वर्ष पूर्व में बनकर कंप्लीट हो गया। लेकिन उसका ताला आज दिन तक नहीं खुल पाया हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को ताक में रखकर मनमाने ढंग से चल रहा है। इसके अलावा भी गांव में 2 सार्वजनिक शौचालय बनाए गए थे 2.50 लाख 2.50 लाख की लागत से वह भी बहुत कम समय में ध्वस्त हो चुके है। उपयोग बिना ही वह टूट भी गए। वर्तमान एक भी सामुदायिक शौचालय गांव में चालू नहीं है। सरकार ने सामुदायिक शौचालय इसलिए बनवाए थे कि कोई भी ग्रामीण खुले में सोच न जाए लेकिन कुछ अधिकारी एवं कर्मचारियों की लापरवाही सरकार की इस योजना को पलीता लगा रही है।