आखिर बालिका के मौत का जिम्मेदार कौन…? स्टोन क्रेशर की खाई में बालिका डूबी।
मुकेश सिसोदिया ✍️
बुधवार को नगर के वार्ड 13 के राममोहल्ले के रहने वाले पिंटू डामर की पुत्री पुष्पा डामर (10) रायपुरिया मार्ग स्थित कृषि उपज मंडी के ऊपर स्थित कल्याणी स्टोन क्रेशर प्लांट के गहरे गड्ढे में भरे पानी में नहाने के लिए गई थी जहां पर मासूम अंजू गहरे पानी में चली गई। जिसके कारण उसकी डूबने से मौत हो गई। परिजनों द्वारा तत्काल उसे सिविल अस्पताल उपचार के लिए ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया और मां बिलखते हुए बदहवास हो गई। पुलिस ने मार्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द किया। इसके बाद बालिका का अंतिम संस्कार किया गया। आपको बता दे कि खनन वाले स्थान पर फैंसिंग कराए जाने का नियम है। फैसिंग भी खुदाई वाले स्थान से दो से तीन फिट दूरी से लगाना चाहिए। रात में प्रकाश की व्यवस्था होना जरूरी है। ताकि हादसे को रोका जा सके। इसके अलावा क्रेशर मशीन के चारों तरफ दीवार या टीन से रुका होना चाहिए। इसके अलावा मशीन चालू रहने के दौरान गिट्टी गिरने वाले स्थान के आसपास पानी का छिड़काव करना होता है, ताकि डस्ट न उड़े, लेकिन संचालकों ने ऐसा नहीं किया जाता। जहां हादसा हुआ वहां ना तो फैसिंग है न पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था और ना मशीन के चारों ओर दीवार अथवा टीन का घेरा लगाया गया है। यह एक बड़ी लापरवाही है। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया की यह सब खेल मिलीभगत से होता चला आ रहा है। पहाड़ों पर बिना मानक के ब्लास्टिंग होती है, जिससे पहाड़ो पर बड़े-बड़े कुंड बन गए हैं। अचानक हुई घटना से परिजन का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। एक ही झटके में एक मासूम बालिका काल के गाल में समा गई। सवाल उठता है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है?