अखंड रामायण पाठ का पूर्ण आहुति के साथ हूवा समापन मनमोहक निकली झांकियां।
धूम धाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व।
खवासा@आयुष पाटीदार
खवासा बस स्टैंड पर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर 36 दिन से चल रही अखंड रामायण पाठ का समापन गुरुवार को जन्माष्टमी पर यज्ञ के साथ हुई पूर्णाहुति। जन्माष्टमी के इस अवसर पर पूरे मंदिर को फूलों और लाईट डेकोरेशन से सजाया गया।जन्माष्टमी पर नगर के प्राचीन हनुमान मंदिर पर अलसुबह से पूजन पाठ, हवन कर पंडित ओमप्रकाश दुबे के सानिध्य मे कमलेश क्षेत्रीय, कैलाश भट्ट,चेतन त्रिवेदी, योगेश व्यास,विकाश बैरागी आदि के मंत्रोउच्चार से हवन संपन्न करवाया गया। हवन में बैठने का लाभ शंकरलाल रामलाल प्रजापत द्वारा लिया गया। जिसके बाद शाम को 5 बजे यज्ञ की पूर्णाहुति हुई। जिसमे समिति के सदस्य और नगरवासी ने यज्ञ की आहुति दी। इसके पश्चात हनुमान जी को छप्पन भोग की महाप्रसादी का भोग लगाया गया आरती के बाद महाप्रसादी का वितरण किया गया। शाम को हनुमान मंदिर पर रात्रि 8 बजे निकली मनमोहक झांकियां जिसमे गाजे बाजे के साथ बालक-बालिकाएं ने भगवान राम सीता,लक्ष्मण, राधा कृष्ण,भोले नाथ व हनुमान जी का रूप धारण कर जुलूस में हुए शामिल जो कि आकर्षक का केंद्र बनी। नाचते झूमते शामिल हुए श्रद्धालु। हनुमान मंदिर से जुलूस प्रारंभ हो कर नगर के मुख्य मार्ग जैन मंदिर, नीम चौक, राम मंदिर,पाटीदार मोहौले से गणेश मंदिर से होता हुआ वापस हनुमान मंदिर पहुंचा जहा आरती करने के पश्चात प्रसादी वितरण की गई जहा जुलूस का समापन हुआ।
*धूम धाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व*
नगर के सभी कृष्ण मंदिर पर धूम धाम से मनाया जन्माष्टमी का पावन पर्व। अलसुबह से ही मंदिर प्रांगण में भक्तो की कतार लगना शुरू हो गई थी। जन्माष्टमी को लेकर छोटे छोटे बच्चो में काफी उत्साह देखने को मिला। इस उपलक्ष्य में नगर के सभी कृष्ण मंदिर पर विभिन्नि धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। वहीं नगर के गली मोहल्ले में मटकी फोड़ का आयोजन किया गया। जिसमे छोटे बच्चो ने बड़ चढ़ कर मटकी फोड़ कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दिन खासकर महिलाओं ने भगवान कृष्ण की पूजा अर्चना कर दिन भर उपवास भी रखा। नगर के कृष्ण मंदिरों पर विशेष सजावट जो की आकर्षक का केंद्र रही। नगर के कृष्ण मंदिर पर रात्रि 12 बजे महाआरती कर भगवान कृष्ण को छप्पन भोग की प्रसादी का भोग लगाया। तत्पश्चात महाप्रसादी वितरण की गई।इस दौरान देर रात तक श्रद्धालु उपस्थित रहे।