अपनी उचित मांगों को लेकर एक माह से पटवारी हड़ताल पर….भारी वर्षा के कारण सर्वे के लिए हो रहे किसान परेशान।

सारंगी@संजय उपाध्याय
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर तहसील पटवारी संघ द्वारा तहसील परिसर में करीब एक माह से हड़ताल की जा रही हैं। समस्त पटवारी 23 से 25 अगस्त तक आकस्मिक अवकाश पर रहे, 28 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है और 20 सितंबर से क्रमिक भूख हड़ताल पर हैं करीब एक माह हो चुका है, किसान परेशान हो रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार को पटवारीयो की जायज मांग को पूर्ण कर हड़ताल खत्म करवाना चाहिए ।उल्लेखनीय है कि पटवारी अपनी मांगो को लेकर लंबे समय से चरण बद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं, धरना प्रदर्शन एवं रचनात्मक कार्य करते हुए हड़ताल जारी है, अब आंदोलन में पटवारी ने क्रमिक भूख हड़ताल की ओर रुख किया हैं। पटवारीयो का कहना है कि यदि आगे भी सरकार नहीं सुनती है तो आंदोलन को उग्र करते हुए आगे बढ़ेंगे पटवारी उनकी जायज मांगों को माने जाने तक झुकने की स्थिति में नहीं है पटवारी विगत 25 साल से एक ही मांग वेतनमान पर वृद्धि को मनवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं इस विषय पर पूर्व में भी हड़ताल कर चुके हैं एवं सैकड़ो ज्ञापन के माध्यम से आवेदन निवेदन दिए गए हैं वहीं अनेक बार सरकार से आश्वासन पर हड़ताल समाप्त कर दी गई थी। पटवारीयो का कहना है कि परिणाम वही है हमारी मांगे जस की टस हैं, शासन के इस अड़ियल पन से आंदोलन के लिए पटवारी मजबूर है। सरकार को उनकी मांगों पर शीघ्र स्वीकृति करना चाहिए।इधर किसान भारी वर्षा के कारण जो फसलों और आवासीय मकानो में भी भारी नुकसान हुआ है, और इसका सर्वे कराने के लिए किसान परेशान हो रहे हैं सर्वे एजेंसी इस और कोई ध्यान नहीं दे रही है किसानों के कई काम अटके हुए पड़े हैं । पटवारी कार्यालय पर ताले लगे हुए हैं मध्य प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द पटवारीयो की जो प्रमुख मांगे हैं उनका निराकरण कर हड़ताल समाप्त करवाना चाहिए।