बाहर मजदूरी करने गए जिले के निवासी भगोरिया पर्व मनाने गांव की ओर लोट रहे हैं।
रायपुरिया@राजेश राठौड़
रायपुरिया निप जैसे जैसे भगोरिया पर्व त्यौहार हाट बाजार नजदीक आता जा रहा वैसे वैसे अंचल से गये बाहर मजदूरी करने वह वापस अपने गांव की ओर रुख कर रहे 18 मार्च से अंचल में भगोरिया पर्व की शुरुआत हो चुकी है सभी हाट बाजार में ढोल मादल थाली की खनक सुनाई दे रही एक ड्रेस कोड यूवक युवती नजर आ रही गुजरात की ओर से आने वाली बसे मजदूर को भरकर आ रही हैं साथ रतलाम, मंदसौर ,नीमच की ओर से यही स्थिति है होली का त्योहार नजदीक आते ही है बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई एक ओर शादीयो का सीज़न दुसरी ओर होली बाहर से मजदूरी कर आये के रामचंद्र दायमा बताते हैं दो माह बाद अपने गांव लौट है क्योंकि भगोरिया है साथ होली ,सीतल सप्तमी, दंश माता यह त्योहार है गांव के ही राकेश भाई बताते हैं वह पर मजदूरी अच्छी मिलती है सभी मजदूर भाई में यह जरूर विशेषता रहती है कि वह अपने गांव से ही खरीदारी करते हैं जैसे ही बसो से उतरकर समान खरीदना शुरू करते फल ,कपड़े, खाद्य सामग्री उनका कहना हमारे बच्चे इंतजार करते माता-पिता हमारे लिए कुछ सामान खरीद कर लाए होंगे।