ब्राह्मण समाज पेटलावद की वृहद बैठक संपन्न…तीनों विंग के अध्यक्षों ने बनाई अपनी कार्यकारिणी….आगामी कार्यक्रमों की रखी रूपरेखा।
पेटलावद@दीपक मालवीय
श्री सरस्वती नंदन स्वामी महाराज आश्रम गुरुद्वारा में ब्राह्मण समाज की तहसील स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमे समाज के प्रबुद्धजन, महिला मंडल व युवा मंडल के सदस्य शामिल हुए।समाज की बैठक वर्षभर में किए जाने वाले कार्यक्रमो की रूप रेखा व तीनो विंग की कार्यकारिणी गठन कर सार्वजनिक रूप से घोषित करने के लिए आयोजित की गई।
*महापुरुषों से ले प्रेरणा*
बैठक को सम्बोधित करते हुए ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मनोज जानी ने भगवान परशुराम व सदगुरुदेव को नमन करते हुए कहा कि हमें महापुरुषों से प्रेरणा लेते हुए उनके आदर्शों पर चलने की जरूरत है जिन्होंने समाज को नई दिशा दी। तहसीलभर में समाज का एकत्रीकरण कर समाजहित में कार्य करने की बात कही। जानी ने पूरे वर्षभर आयोजित होने वाले कार्यक्रमो से अवगत करवाते हुए सहयोग की अपील की।महिला मंडल अध्यक्ष संगीता त्रिवेदी ने कहा महिलाओ का समाजहित मे रुझान निश्चित ही समाज संघठन को नई ऊंचाइया प्रदान करेगा।युवा मंडल अध्यक्ष अंशुल व्यास ने कहा समाज के लिए युवा मंडल हर समय तैयार है। समाज के परिवारों से जुड़ने व उनके यहां होने वाले आयोजन में कैसे सहभागिता हो इस पर अपनी बात रखी।
*नई पीढ़ी को सही मार्गदर्शन दें*
समाज के पूर्व अध्यक्ष विनोद पुरोहित ने कहा समाज के जिम्मेदार लोगों का दायित्व बनता है कि वह आने वाली पीढ़ी का सही दिशा में मार्गदर्शन कर समाज को एक अच्छा वातावरण प्रदान करें। डॉ अम्बादत्त त्रिवेदी, पूर्व अध्यक्ष सुशील भट्ट, महेंद्र द्विवेदी, राजेश पालीवाल, लाला दवे, सत्यनारायण शर्मा, पूर्वा मंडलोई ने भी अपने विचार रखे। पूर्व कोषाध्यक्ष जीवन भट्ट ने नवीन कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र द्विवेदी को समाज के आय व्यय का ब्यूरा सौपा।
नवनियुक्त महासचिव यश रामावत, निलेश पालीवाल ने समाज की आगामी दिनों में होने वाली समाज की गतिविधियों की जानकारी दी। बैठक में रायपुरिया, बामनिया, जामली, बरवेट, करवड़, सारंगी, करडावद के समाज के प्रतिनिधि शामिल हुए। संचालन जीवन भट्ट ने किया आभार वीरेंद्र भट्ट ने माना।
कार्यकारिणी का हुआ गठन-
समाज के अध्यक्ष मनोज जानी, महिला मंडल अध्यक्ष संगीता त्रिवेदी, युवा मंडल अध्यक्ष अंशुल व्यास ने समाज की सहमति से कार्यकारिणी का गठन कर सार्वजनिक रूप से घोषणा कर दायित्व सौपे।