डेंगू फैलने के 100% चांस….अनुविभागीय अधिकारी IAS अनिल राठौर के निर्देश के बाद भी सीएमओ ने ना तो सड़ा हुआ बदबूदार पानी निकलवाया…..न बरसाती पानी निकासी की कोई व्यवस्था की गई, और ना ही चारा नष्ट करने की दवाई का छिड़काव किया गया….स्थिति पूरी जस की तस।
मुकेश सिसोदिया✍️
अब इसे विडंबना कहे या पेटलावद नगर की दुर्दशा जहां पेटलावद नगर के न्यू बस स्टैंड पर रिक्त पड़ी भूमि जो झाबुआ कलेक्टर के अधीन है ,वहां इन दिनों बरसात का पानी एकत्रित हो गया है, और वह पूरी तरह से सड़ चुका हे ,और उसमें कई प्रकार के कीड़े, मच्छर भी पनप रहे हैं ,पानी सड़ने की वजह से बदबू से भी वार्डवासी परेशान हो रहे हैं , जिसकी शिकायत लगातार नगर परिषद सीएमओ को की गई ,आवेदन भी दिया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं की गई , इसके बाद जिले के प्रमुख अखबारों ने प्रमुखता से उक्त खबर को प्रकाशित किया कि पेटलावद नगर के मुख्य बस स्टैंड पर डेंगू मच्छर फैलने की आशंका है, यदि जल्द ही वहां सढ़ा हुआ पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं की गई । अखबारों की खबरों को देखते हुए तत्काल एसडीएम IAS अनिल राठौर द्वारा निर्देश दिए गए की न्यू बस स्टैंड पर सढ़ा हुआ पानी निकाला जाए एवं वहां पूरी तरह से साफ एवं स्वच्छ किया जाए, ताकि नगर में डेंगू मच्छर नहीं फैल सके , निर्देश के बाद सीएमओ आशा भंडारी द्वारा वहां सफाई कर्मियों को तो भेजा गया लेकिन सफाई कर्मियों ने वहां पर केवल साफ-सफाई की एवं मच्छरों की दवाई का छिड़काव किया गया , सफाई कर्मी द्वारा बरसात का पानी जो एकत्रित होकर सड़ रहा था उसे निकालने की कोई व्यवस्था नहीं की गई और ना ही चारा नष्ट करने की दवाई का छिड़काव किया गया, पानी जस्ट भरा हुआ है जो जिससे बदबू भी आ रही है, सफाई कर्मियों द्वारा वार्ड वस्तुओं को बताया गया कि अभी हम सफाई करके जा रहे हैं पानी निकालने की व्यवस्था की जाएगी लेकिन आज 8 से 10 दिन हो गए हैं ,नगर परिषद का कोई भी नुमाइंदा उधर पानी निकालने के लिए नहीं पहुंचा , पिछले शुक्रवार से सीएमओ आशा भंडारी को फोन लगाया जा रहा है लेकिन सोमवार तक सीएमओ द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया।
अब लगता है कि सीएमओ की स्वच्छता में कोई रुचि नहीं रही, अब तो झाबुआ कलेक्टर तन्वी हुड्डा या एसडीएम IAS अनिल राठौर ही हस्तक्षेप कर पेटलावद नगर में डेंगू मच्छर फैलने से रोक सकते हैं।