एसपी साहब एक नज़र इधर भी,,,सिर्फ 6 पुलिस जवानों से कैसे सम्भलेगी 44 गांवों की जिम्मेदारी,,?
क्षेत्र में अवैध गतिविधियों का ग्राफ बड़ा, क्या अब पुलिस कर रही किसी बड़ी वारदात का इंतजार,,?

#JhabuaHulchul
कैमरा मैन आयुष पाटीदार के साथ आनंदीलाल सिसोदिया की रिपोर्ट
खवासा :- जी हाँ खवासा बड़े क्षेत्र की जिम्मेदारी सिर्फ 6 पुलिस जवानों पर है, इन्ही जवानों पर कानून व्यवस्था का पूरा जिम्मा है। वर्तमान इन 6 जवानों से व्यवस्था सम्भाली नही जा रही है। इसके पीछे मुख्य कारण यह भी सामने आता है कि खवासा चौकी के अंतर्गत लगभग 44 गांव आते है ओर प्रतिदिन कोई ना कोई विवाद इत्यादि मामले चौकी पर आते है, और पुलिसकर्मी ज्यादा मामलों में चौकी पर ही उलझ जाते है, ऐसे में बाहर अपराधी अवेध गतिविधियों को अंजाम देने में कामयाब हो जाते है। वही पुलिस की नाकामी का बदमाश भरपूर फायदा उठाकर लगातार क्षेत्र में चोरियों की वारदातों को अंजाम दे रहे है। आदिवासी अंचल में लगातार बढ़ रही चोरिया पर अंकुश लगाने में स्थानीय पुलिस के नाकाम होने से अब लोग भय के बीच जी रहे है और हर पल यही डर रहता है कि कही बदमाश अगला निशाने उनके घर को ना बना ले।
पहले था पर्याप्त पुलिस बल, अब कर दिया कम
जानकारी के अनुसार खवासा चौकी पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात था लेकिन अब 6 पुलिसकर्मियों के भरोसे इतना बड़ा कस्बा छोड़ दिया है जो उचित नही है। इन दिनों अचानक बड़ी चोरी की वारदातों के पीछे भी स्थानीय पुलिस चौकी में पर्याप्त पुलिस बल का नहीं होना माना जा रहा है। खवासा चौकी के अंतर्गत 44 ग्राम आते हैं। इसमे में से कुछ गांवों में तो आए दिन छोटे-बड़े झगड़े होते रहते है और इन 44 गांवों की जिम्मेदारी एएसआई और 6 पुलिस के भरोसे चल रही है। इनमे से देखा जाए तो उनके ऊपर चौकी के ही कामों का भार होता है। जिससे क्षेत्र में पेट्रोलिंग नहीं कर पाते हैं। जिसके कारण चोरों के हौसले बुलंद होकर चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।
पर्याप्त पुलिस बल की मांग
क्षेत्र में बढ़ती अवेध गतिविधियों से नागरिकों में भय का माहौल व्याप्त हैं ओर लगातार चोरियां होने, सीसीटीवी कैमरों में चोरों के कैद होने के बावजूद पुलिस के हाथ खाली रहने से आमजन में भी पुलिस से विश्वास उठता नजर आ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान दौर मे पुलिस के पास तमाम प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध है जिससे आसानी से बदमाशो का पता लगाया जा सके और अवैध रूप से संचालित हो रही गतिविधियों पर भी पूर्ण रूप से अंकुश लग सकता है। ग्रामीणों ने झाबुआ पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि खवासा चौकी पर पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जाए, पुलिस गस्त सख्ती से की जाए, नगर में संचालित हो रहे अवैध शराब मयखानों पर अंकुश लगाया जाए। जिससे बदमाशो पर नकेल कसी जा सके। इसलिए जरा एक नजर खवासा की और भी करिए एसपी साहब….! तभी यहां की जनता भयमुक्त जीवन व्यतीत कर पायेगी।