ग्राम पंचायत नहारपुरा,सरपंच, सचिव का भ्रष्टाचार यहां चरम पर,, आखिर दो महा से प्रामाणिक तथ्य के बाद भी प्रशासन की कोई कार्रवाई नहीं,, आखिर भ्रष्ट पंचायत ने अधिकारीयों को कौन सी चांदी की जूती पहनाई,, यह रिश्ता क्या कहलाता है।
झाबुआ@डेस्क रिपोर्ट
प्रशासन के संरक्षण में हों रहा भ्रष्टाचार यह मामला थांदला जनपद की पंचायत नहारपुरा में अधुरे पड़े सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य का हैं। कार्य की तकनीकी स्वीकृति विभाग द्वारा 04/10/2021 में ही कर दी गई थी। परंतु कार्य को पूर्ण किए बिना ही पंचायत के भ्रष्टाचारी सचिव , रोजगार सहा. एवं सरपंच द्वारा कार्य लागत राशि की 35% राशि आहरण कर दी गई जबकि निमार्ण कार्य की नींव भी अधुरी हैं।आज से एक माह पूर्व ऐसी स्थिति में गांव के लोगों को पंचायत अधिकारियों की वास्तविकता बताते हुए व्हीसल ब्लोअर दिनेश कटारा ने कलेक्टर झाबुआ श्रीतन्वी हुड्डा को संबंधित कार्य में किए गए भ्रष्टाचार के प्रमाणिक तथ्य व आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन देकर पंचायत के भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर प्रशासनिक कार्यवाही करने की मांग की गई थीं।
प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने पर भ्रष्टाचारी अधिकारी निडरता से भ्रष्टाचार करते जा रहें हैं। आवेदक दिनेश कटारा का कहना हैं कि पंचायत में प्रशासन के संरक्षण में ही भ्रष्टाचार हों रहा हें क्योंकि आवेदन देने के दो महीने पश्चात् भी कार्य को पुनः शुरू नहीं किया गया बल्कि उसी स्थिति में पड़े अधुरे कार्य के फर्जी मस्टर जनरेटर कर राशि आहरण कि जा रहीं हैं।
*पलायन का कारण भी भ्रष्टाचार*
वर्तमान समय में ग्रामीण क्षेत्रों से चार पहिया वाहन भरा-भरा कर लोग गुजरात , मालवा क्षेत्र में पलायन जा रहें। यदि नियमितता से पंचायतों में विकास कार्य किया जाएं तों लोगों को अन्य शहरों में पलायन जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
परंतु भ्रष्टाचार जब तक गांव में हें तभ तक लोग गांव से शहरों में पलायन करते रहेंगे।
जिला प्रशासन जल्द करें ज़िम्मेदारों पर कार्यवाही अन्यथा व्हिसलब्लोअर दिनेश कटारा खटका सकते हें भोपाल दफ्तरों के दरवाजे।