हर्षोल्लास के साथ मनाया गया…भुजरिया पर्व।
मेघनगर@संजय बंधु
पुरानी परंपराओं के अनुसार रक्षाबंधन के अगले दिन गुरुवार को माझी समाज द्वारा मेघनगर के विभिन्ना वार्डों से महिलाएं माथे पर भुजरिया रखकर गीत गाते हुए छोटे तालाब पर पहुंची। जहां पूजा अर्चना के बाद भुजरिया को तालाब में विसर्जित किया।राखी के दूसरे दिन मनाए जाने वाले पर्व पर लोगों ने भुजरिया देकर, एक-दूसरे से मिलकर गिले-शिकवे दूर किए। यह परंपरा आदिवासी अंचल में कई सालों से चली आ रही है। घर-घर लोगों ने जाकर एक-दूसरे को भुजरिया देकर हरियाली एवं खुशहाली की कामना की।भुजरिया पर्व को लेकर तालाब पर महिलाओं की भीड़ पहुंची। बच्चों में इस पर्व का खासा उत्साह देखा गया! भुजरिया कार्यक्रम मे माझी समाज अध्यक्ष चुन्नीलाल खेर राजेश खेर,मोहन खेर संजय बंधु,विक्की केवट,सुरेश केवट,केसरसिंह केवट,विजेंद्र गोपाल केवट,विजेंद्र जगदीश केवट,राहुल बाथम,कालू केवट,हरिश केवट समाजगण उपस्थित रहे।