जैनियों हो जाओ सावधान बचालो अपना जैनत्व महान- पूज्य संयत मुनि।
मेघनगर@संजय बंधु
पर्युषण महापर्व के तृतीय दिवस अनुवत्स संयत मुनीजी ने क्रांतिकारी प्रवचन के माध्यम से अनुस्वाध्याय भवन मे उपस्थित जैन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा विश्व में जैन की संख्या कम है पर हर जगह जैन खाना मिलता है ये जैनो की विशिष्ट पहचान है ये गौरव की बात है परंतु वर्तमान समय मे फैली समाज की विक्रतियों की ओर इसरा करते हुए बताया जन्म से जैन होना अलग बात है कर्म से जैन बनना होगा जैनो की पहचान रात्रि भोजन त्याग और जमीकंद त्याग है पर आज कितने जैन इसका पालन कर रहे है आजकल कॅरियर बनाने के पीछे कैरेक्टर बिगाड़ रहे है
*प्रिवेडिंग, बेबी शावर,ग्रुप पार्टी,कमोडिटी*
समाज में बढ़ रही कुरुतियों पर सावधान करते हुए इन पर शीघ्र रोक लगे ऐसी शिक्षा दी जिससे समाज,देव गुरु,धर्म,क्षेत्र बदनाम ना हो और समाज का पतन ना हो बड़ी बड़ी होटलों में खाने के नाम पर बुफ़े चलाये जाते है जिस खाने से हमें घृणा होनी चाहिये वो पास पास में सजाये जा रहे है जैनो के नाम से ग्रुपो में पार्टियां होती है नाचगाना चलता है प्रिवेडिंग बेबी शावर के नाम से फोटो शूट होता है ऐसी कई कुरुतियों का त्याग करना बताया।
*कॅरियर के पीछे कैरेक्टर बिगाड़ा जा रहा है*
कॅरियर बनाने बच्चों को बाहर पड़ने भेजा जा रहा है पर गुरु के समक्ष 8 दिन भी नहीं भेज सकते जब तक गुरु का सानिध्य नहीं लेंगे संस्कार कैसे आएंगे हमारा जैनत्व बचाना बहुत जरुरी है।
गुरुवार गतिमान बड़ी तपस्या में स्नेहलता जी वागरेचा ने 77 प्रेमलता चांडालिया ने 11तुषार बडोला ने 10 शेखर खेमसरा ने 9 सौरभ ललवानी ने 8 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किये प्रभवना रखबजी प्रवीण जी सोनी परिवार के वितरित की संचालन विपुल धोका ने किया।