
#Jhabuahulchul
खवासा@आयुष पाटीदार/आनंदीलाल सिसोदिया
झाबुआ जिले के खवासा गांव में इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का आयोजन विशेष रूप से आकर्षक रहा, क्योंकि नगर में पहली बार 108 फीट लंबी चुनरी यात्रा का आयोजन किया गया। इस धार्मिक आयोजन में सैकड़ों की संख्या में भक्तगण, मातृशक्ति और बहनें हाथों में चुनरी लिए माता के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। इस ऐतिहासिक यात्रा का नगर के मुख्य मार्गों पर जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया और श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर माँ रोग्या देवी के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की।
चुनरी यात्रा की शुरुआत रोग्या देवी मंदिर से हुई और यह नगर के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। भक्तजन उत्साह और भक्ति के साथ इस यात्रा में शामिल हुए और चुनरी के एक-एक छोर को थामे हुए माता की स्तुति करते रहे। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने माँ रोग्या देवी के भव्य दरबार में पहुँचकर चुनरी अर्पित की, जिसे देखकर पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
यात्रा का समापन रोग्या देवी मंदिर परिसर में हुआ, जहाँ माता की प्रतिमा को चुनरी ओढ़ाकर उनकी विधिवत पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं ने माँ की आरती और भजन-कीर्तन में भाग लेकर वातावरण को पवित्र कर दिया। आयोजकों ने बताया कि इस चुनरी यात्रा का उद्देश्य भक्तों के बीच भक्ति और एकता की भावना को बढ़ावा देना था और इसे हर साल आयोजित करने का संकल्प लिया गया है।
इस धार्मिक आयोजन में नगरवासियों के साथ-साथ आस-पास के गांवों के लोग भी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। नगर के मुख्य मार्गों पर जैसे ही चुनरी यात्रा पहुंची, लोगों ने अपने घरों के सामने दीप जलाए और पुष्पवर्षा कर माँ का स्वागत किया। इस अनूठी पहल ने खवासा के धार्मिक आयोजन में एक नया अध्याय जोड़ा है, जो आने वाले वर्षों में और भी भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
नगर के वरिष्ठ नागरिकों ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से सामाजिक एकता और सौहार्द्र बढ़ता है। ग्रामीणों ने इसे एक ऐतिहासिक पल बताया और कहा कि नवरात्रि के पावन अवसर पर यह आयोजन वर्षों तक याद किया जाएगा।