कल होगा थांदला में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में एक दिवसीय विराट कन्या कौशल शिविर का आयोजन।
थांदला@उमेश पाटीदार
जागो शक्ति स्वरूपा नारी,,तुम हो दिव्या क्रांति चिंगारी,,इक्कीसवीं सदी उज्जवल भविष्य,,इक्कीसवीं सदी नारी सदी। आत्मिय बहनों और भाइयों। नर और नारी सृष्टि संचालन के दो पहिये हैं। कन्या जिस परिवार में अवतरित होती है वहां पवित्रता कोमलता एवं संवेदना का संचार करती है। एक संस्कारित कन्या अपने घर ससुराल दोनों कुलों को निहाल करती है। समाज को सुंदर आकर देती है। एवं सही मार्गदर्शन मिले तो राष्ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा सकती है। परंतु वर्तमान आधुनिक भौतिकवादी परिवेश में एक और जहां माता-पिता अपनी कन्याओं को श्रेष्ठ संस्कारों के सांचे में ढालने मैं असफल हो रहे हैं। वही कन्या स्वयं की मौलिक देवी क्षमता व आत्म शक्ति से अपरिचित है। अपनी भूमिका से अनभिज्ञ है। परिणाम स्वरूप परिवार प्रणाली भारतीय संस्कृति, नई पीढ़ी का नवनिर्माण और वृद्ध माता-पिता का जीवन सभी आज असुरक्षित एवं खतरे में दिखाई देता है। सही प्रशिक्षण एवं परवरिश के अभाव में आदर्श परिवार व समाज का विशाल भवन लड़खड़ा रहा है। इसी तथ्य को ध्यान में रखते हुए अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वाधान में आपकी युवती कन्याओं हेतु एकदिवसीय कन्या कौशल शिविर का एक अनूठा आयोजन किया जा रहा है। अपनी कन्याओं को संस्कारवान बनाने और उन्हें आदर्श, व्यक्ति, श्रेष्ठ वधू व कन्या के रूप में गढ़ने, अपने चरित्र की रक्षा करते हुए महान भारत के निर्माण में सशक्त भूमिका निभाने हेतु शिविर में भेज कर लाभ उठायें। प्रातः 9:00 बजे से सायं 4:00 बजे तक। स्थान नई कृषि मंडी परिसर थांदला।
निर्देश-सभी कन्याओं को पुरानी कृषि मंडी में एकत्रित होना है सभी के लिए स्वल्पाहार की व्यवस्था रहेगी। वहां से रैली के माध्यम से नगर भ्रमण करती हुई नई कृषि मंडी परिसर में आना है। 3:00 बजे सभी कन्याओं के लिए भोजन की व्यवस्था की गई है।