कलेक्टर द्वारा ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की,,,ग्रामीण क्षेत्र के समस्त शासकीय भवनों की छतों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग के समुचित प्रबन्ध किए जाए।
15 सब इंजीनियर को कारण बताओ नोटिस जारी करने के दिए निर्देश।
झाबुआ@डेस्क। कलेक्टर नेहा मीना की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमे कलेक्टर द्वारा ग्रीष्म कालीन पेयजल समस्या के निराकरण, जल संरक्षण और भू-जल पुनर्भरण के पुराने कार्यों को पूर्ण कराये जाने और इसमें नवाचार के साथ काम करने के लिए अपने सुझाव पेश करने संबंधी बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि मैपिंग रिर्पोट अनुसार ग्रीष्म काल में जितने हेण्डपम्प सूख जाते है वहाँ रिचार्ज पिट बनाये जिससे इस समस्या का दीर्घकालीन संशोधन हो सके, इसी के साथ रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के तकनीको का अधिक से अधिक प्रयोग करे। ग्रामीण क्षेत्र के समस्त शासकीय भवनों की छतों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग के समुचित प्रबन्ध किए जाए। पेयजल की समस्या के निराकरण का रिस्पांस टाइम कम किए जाए। किसी भी कार्य में त्रुटि मिलने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। 12 सब इंजीनियर पर कार्य में लापरवाही बरतने और 3 सब इंजीनियर पर बैठक में देरी से उपस्थित होने पर कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए कलेक्टर द्वारा कहा गया कि झाबुआ जिले में विकास की सम्भावना है पेयजल की समस्या प्रतिवर्ष होती है जिसके दीर्घकालीन समाधान पर फोकस किया जाये। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी दिनेश वर्मा, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा सीएस अलावा, समस्त जनपद सीईओ, समस्त सहायक यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा और समस्त उपयंत्री, पंचायत समन्वयक अधिकारी, सहायक विकास विस्तार अधिकारी एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।