कोदली में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने निकाला पथ संचलन…संघ प्रार्थना के बाद घोष की धुन पर कदमताल करते हुए निकले स्वयंसेवक।
पेटलावद@डेस्क रिपोर्ट
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोदली मंडल पथ संचलन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कोदली मंडल का पथ संचलन निकाला गया। जिसमें कोदली मंडल के आसपास सभी गांव से स्वयंसेवक राम मंदिर कोदली पर इकट्ठा हुए सर्वप्रथम एकल गीत व अमृत वचन हुआ। उसके पश्चात वक्ता ने अपना उद्बोधन दिया वक्ता ने उद्बोधन में बताया मैं बताया कि संघ की स्थापना क्यों हुई और किस परिस्थिति में डॉक्टर हेडगेवार ने संघ की स्थापना करी उसके बाद समाज परिवर्तन में संघ की भूमिका अंत में वक्त ने श्रीराम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के दिन हर गांव को अयोध्या कैसे बनाना है। इस विषय पर बात रखी वह हर घर पर दीपक हर घर भगवा ध्वज पटाखा-रंगोली आदि से अपने घर को सजाना वह अपने गांव के मंदिरों को भी अयोध्या जैसे बनाना है और समाज में संगठित रहकर राष्ट्र एव समाज की सेवा करना ही हमारा उद्देश्य है। हम सब संगठित रहकर समाज और राष्ट्र विरोधी अराजक तत्वों का डटकर मुकाबला करना होंगा, आगे उन्होंने कहा है कि संघ की स्थापना 1925 में साथ कुछ स्वय सेवको के साथ लगाया गया है । यह संघ रूपी नन्हा सा बीज देश प्रदेश के शहरी अंचलों से लगाकर दूर सुदूर के ग्रामीण अंचलों तक देश के कोने कोने में संघ के स्वयं सेवको का संगठन विशाल वटवृक्ष के रूप में हिंदु समाज में अपनी गहरी जड़ें जमा चुका है अपने समाज के साथ वर्तमान चुनौतियों से निपटना है। समाज को धर्मांतरण से बचाना है, इस और यूवाओ को ध्यान देने की बहुत जरूरत है संघ प्रार्थना के बाद घोष की धुन पर कदमताल करते हुए स्वयंसेवको का शुरु हुआ। पंथ संचलन में कोदली के सभी प्रमुख मार्गों से कतार बंद, पूर्ण गणवेश एव अनुशासन के साथ निकाला गया है।राम मंदिर से पंथ संचलन प्रारंभ हुआ, जो मुख्य अम्बा माता जी मंदिर से, हनुमान मंदिर से होते हुए मेन रोड से रास्ते में हिन्दू समाज के हर घर घर से फुलो से जगह_जगह स्वागत किया गया है पुनः अपने निर्धारित समापन स्थल राम मन्दिर पर पहुंचकर पंथ संचलन का समापन किया गया है. मंच पर पेटलावद खंड के खंड संघ चालक रणछोड़ आंजना व कोदली के समाज सेवी कालूराम पाटीदार उपस्थित हुए थे।