मंडी कर्मचारियों की नाक के नीचे चल रहा मण और धडी खेल,, कुंटल के 8300 ओर मण के 1500,,।
बामनिया@जितेंद्र वैरागी
मोदी जी कहते हैं डिजिटल युग आ गया है। पूरा वचन और फसलों का पूरा भाव मिलेगा। परंतु बामनिया मंडी के कर्मचारियों की लापरवाही और उच्च अधिकारी उदासीन रवैया के चलते। डिजिटल युग में यहां पर आज भी किसानों को कुंटल का भाव बता कर धडी, मण, जैसे धारो से किसानों को पैसा दिया जाता है। जिसमें किसानों को अनुमानित 8 से ₹10 प्रति किलो का नुकसान होता है।
जैसे आज दिनांक का भाव बाजार में किसानों को 8300 बता रहे हैं वही मण यानी की 20 किलो का ₹1500 ही किसानों को दिया जा रहा है। और वहीं धडी यानी 5 किलो की बात की जाए तो वह 350 रुपए की किसानों को दिया जाता है।
ऐसा नहीं है कि इस रवैया से मंडी कर्मचारी अनजान है। लोगों का तो यह भी कहना है। की भाव या वजन को लेकर कहीं वाद विवाद होता है।तो मंडी कर्मचारी ही जाकर मामला निपटाते हैं।