मरीज की जान जाए तो जाए हमें क्या की तर्ज पर झकनावदा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र।
झकनावदा@नारायण राठौड़
झकनावदा:- पेटलावद तहसील के ग्राम झकनवादा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कागजों पर तीन-तीन डॉक्टरों के उपस्थित बताई गई लेकिन आज जब देखा गया कि एक मरीज की तबीयत अचानक खराब होने से 8:30pm.बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया इलाज के लिए तो वहां पर ना स्टाफ से कोई और ना ही कोई डॉक्टर भी नजर नहीं आया, पूरा अस्पताल सुनसान वीरान पड़ा मिला प्रशासन के खोखले दावे से लग रहा है कि मरीज की जान की कीमत कुछ भी नहीं है अगर ऐसे में किसी मरीज की जान चली जाती है तो इसका जिम्मेदार कौन रहेगा।
इनका कहना है
स्थानीय निवासी प्रदीप बोराणा का कहना है कि झकनावदा तथा आसपास के क्षेत्र से हजारों मरिज इलाज के लिए आते होंगे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जीवन वरदान साबित होना चाहिए लेकिन आज यहां पर देखा गया कि एक भी स्टाफ से या डॉक्टर कोई भी नहीं मिले ऐसे में किसी मरीज की जान चली जाती है इसका जिम्मेदार स्वयं प्रशासन रहेगा।