Uncategorized

पेटलावद के बेक्लदा में वाहक रोगों पर नियंत्रण हेतु लार्वा विनिष्टिकरण किया गया , जिससे गांव में डेंगू , मलेरिया, चिकनगुनिया ना फैले।

पेटलावद@मुकेश सिसोदिया

वर्षा ऋतु पश्चात वाहक रोग मलेरिया, डेंगू, चिकुनगुन्या इत्यादि के संभावित प्रसार को देखते हुए इनके बचाव एवं नियंत्रण हेतु जिला मलेरिया अधिकारी जिला झाबुआ श्री दिनेश्वर सिंह सिसोदिया के निर्देशन में जिले में सघन लार्वा सर्वे कार्य किया करवाया जा रहा हैं । 12 अगस्त को विकासखंड पेटलावद के ग्राम बैकल्दा में घर-घर जाकर लार्वा सर्वे अभियान चलाया गया। सर्वे के दौरान रोग प्रतिबंधात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की गई। ग्राम में बसे रहवासियों के घर-घर जाकर घरों में एक सप्ताह से अधिक जमा पानी से भरे कन्टेनर, पानी की टंकी, घरों में रखे पानी के बर्तनों, कूलर, सीमेंट की हौदी, घर की छतों पर जमा बेकार टायर, फूलदान, सीमेट एवं टंकी तथा अन्य पानी के कन्टेनर को खाली करवाया गया।

लार्वा पाये जाने पर तत्काल कन्टेनरों में कीटनाशक डाला गया। ग्राम में सर्वे के दौरान पाये गये बुखार रोगियों की जांच एवं उपचार का कार्य किया गया। आशा सुपरवाईजर श्रीमती रेखा सांकला, ग्राम की आशा श्रीमती गेन्दी जाटव, सेक्टर सुपरवापईजर श्री बाबुलाल कटारा के सर्वे दल द्वारा लार्वा सर्वे सम्पन्न किया गया। वही 16 अगस्त को ग्राम खुटाया ब्लॉक कल्याणपुरा में मलेरिया निरीक्षक श्री धनसिंह के सुपरवीजन में लार्वा सर्वे कार्य किया गया। जिसमें सी.एच.ओ. श्रीमती सोनिया, एएनएम चंदा बामनिया, ग्राम की आशा श्रीमती सीमा की टीम द्वारा घर-घर जाकर लार्वा कार्य सम्पन्न किया गया। जिसमें ज्ञात हो कि जिले में शहरी उषा, आशा, आशा सुपरवाईजर, एएनएम, सुपरवाईजर, मलेरिया फील्ड स्टॉफ द्वारा प्रत्येक विकासखंड के शहरी एवं ग्रामीण क्षैत्रों में निरंतर लार्वा सर्वे कार्य कर लार्वा विनिष्टिकरण का कार्य किया जा रहा हैं।

सर्वे के दौरान ग्रामवासियों से अपील की गई है कि घर में आए सर्वे दल को पूर्ण सहयोग देकर लार्वा सर्वे अभियान को सफल बनाने की दिशा में अपना योगदान दे। वार्ड के रहवासी अपने घरों में मच्छर जाली लगाए, आम-जन पूरी बांह के कपड़े तथा कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी रात एवं दिन में सोते समय उपयोग करें । नीम का धुंआ अवश्य करें । घरों में पानी के कंटेनरों की साप्ताहिकी रूप से नियमित साफ-सफाई करें । अपने घरों के आस-पास पानी को जमा न होने दे। घरों के छतों पर बेकार टायर, फूलदान, गमलों पर अनावश्यक पानी को जमा न होने दे एवं जमा हुए पानी को निकाले। घर के किसी भी सदस्य को बुखार आने पर खून की जाचं स्वास्थ्य कार्यकर्ता या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर करवाने की सलाह दी गई।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×

Powered by WhatsApp Chat

×