पुलिस का संवेदनशील चेहरा सामने आया है। बामनिया पुलिस टीम ने एक मानसिक विक्षिप्त महिला को परिवार से मिलाया।
बामनिया@जितेंद्र बैरागी
पुलिस ने मानसिक रूप से बीमार एक महिला को उसके बिछड़े परिवार से मिलवाकर मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है। दरअसल, बामनिया चौकी पर सूचना मिली थी कि एक 20 से 25 वर्ष की महिला बामनिया रेलवे स्टेशन पर काफी समय से घूम रही है। जिसकी दिमाग की हालत ठीक नहीं लग रही है। चौकी प्रभारी अशोक बघेल के आदेश से हेड साहब अविनाश निषाद तुरंत रेलवे स्टेशन पहुंचे। जहां से महिला को लेकर चौकी से लेकर मोबाईल से थाने पर पहुंचे। वहां पर पूछताछ करने पर महिला ने मेरा पति बंटी है। महिला पुलिस कर्मी से भी कई बार प्यार से पूछने ओर काफी प्रयास कर समझाने के बाद महिला ने बताया मेरा पति कयडावद में है बंटी पूजा पाठ करता है। फिर बामनिया हेड साहब के द्वारा महिला से जुड़ी जानकारी जुटाई गई।
वहां से मिली जानकारी अनुसार ड्राइवर लोगों की हड़ताल के वक्त रायपुर से महिला को बैठा कर लाया गया था। जिससे बंटी बैरागी ने शादी करली थी। जिसकी पुलिस के द्वारा तहकीकात करने पर लोगों ने सही बताया। फिर पुलिस ने मानसिक विक्षिप्त महिला को परिजनों सुपुर्दगी किया गया।
इस सराहनीय कार्य में विशेष भूमिका हेड कांस्टेबल अविनाश निषाद, महिला आरक्षक ज्योति निनामा, शेर सिंह सिसोदिया,चालक शाहरुख, लाल सिंह की सराहनीय भूमिका रही।
वही हमेशा की तरह बामनिया के सचिन कटकानी (कालू भाई) समय पर पुलिस को सूचना नहीं देते तो महिला के साथ कोई अनहोनी घट सकती थी। आपको बता दें कालू भाई की सुझबुझ से मानसिक विक्षिप्त कई लोग आज अपने परिजनों से मिल सके हैं।