रबी के इस मौसम की फसलों में कीट और होने वाली के लिए निगरानी के साथ नियंत्रण को लेकर किसानों को दी गई उपयोगी सलाह।
झाबुआ@डेस्क रिपोर्ट
रबी मौसम की फसलों में कीट व्याधियों की निगरानी एवं नियंत्रण हेतु उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला झाबुआ एनएस रावत ने किसानों के लिए समसामयिक सलाह दी गई है।
झाबुआ जिले में इस बार रबी मौसम में कुल 1,25,691 हेक्टेयर रकबा का लक्ष्य रखा गया था। जिसमे से होकर 1,20,261 हेक्टर में बुआई पूर्ण हो चुका है। जिसमें मुख्य रूप से गेहूं 91,840 हेक्टेयर, चना 19,395 हेक्टेयर और मक्का 7,816 हेक्टेयर में बुआई होकर फसल 50-60 दिन की हो चुकी है।
जिसके अंतर्गत उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास जिला झाबुआ एनएस रावत बताया कि गेहूँ फसल में यूरिया का उपयोग सिंचाई उपरान्त ही करे। जिससे नत्रजन का समुचित उपयोग हो सके। चने की फसल 20-25 सेमी की हो जाए तो खुदाई (निपिंग) अवश्यक करें। जिससे पौधों पर अधिक शाखाएँ निकले और उपज में वृद्धि हो सके, चने के खेत में कीट नियंत्रण हेतु “T” आकार की खूंटियां (35-40/हे.) लगाए। चने की फसल में इल्ली का प्रकोप होने पर अनुशंसित कीटनाशक क्यूनॉलफॉस या प्रोफेनोफॉस कीटनाशक दवा को 2 मिली/ली पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें। तापमान में गिरावट आने पर सल्फर युक्त रसायनों का प्रयोग लाभकारी होता है। फसल में पाले की आशंका होने पर हल्की सिंचाई करे।
अधिक जानकारी के लिये कार्यालय उप संचालक कृषि, झाबुआ, कृषि विज्ञान केंद्र झाबुआ एवं विकासखण्ड स्तर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी तथा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से सम्पर्क कर सकते है।