सीजन के पहले मावठा से गेहूं चने की फसल को फायदा मटर, लहसुन ,प्याज ,टमाटर, धनिया की फसल को होगा नुकसान….सुबह से ही कोहरा छाने के कारण बाजार सुने रहे छोटे बच्चों पर ठंड का असर ज्यादा नजर आया।
सारंगी@संजय उपाध्याय
क्षेत्र में शनिवार रविवार सोमवार को हुई मावठे की पहली बारिश से गेहूं, चने ,कपास की फसलों के लिए यह बारिश वरदान साबित हुई है ऐसे में किसानों के चेहरे भी खीले हुए हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ एक सप्ताह में पककर टूटने के लिए तैयार होने वाले मटर के लिए आफत की बारिश साबित हो रही है इस बारिश ने मटर से होने वाली आई को प्रभावित कर दिया है इसके अलावा लहसुन, प्याज, टमाटर ,धनिया ,मिर्ची के फसल को भी कुछ हद तक नुकसान पहुंचा है हालांकि किसानों ने कहा है कि बारिश होने से गेहूं की खड़ी फसल को स्थिति अनुसार सत प्रतिसत फायदा हुआ है वहीं अब ठंड बढ़ने से फसलों की ग्रोथ भी अच्छी होगी इस पानी से सर्वाधिक नुकसान मटर की वैल्यू कम होना है जबकि खेतों में बोई हुई फसल अंकुरित होकर बाहर नहीं हो पाई है इसके लिए मुसीबत की बारीश से लगातार पानी गिरने से मटर की फलियों में मिट्टी लगने और पानी से गीली होने से दाग लगेगा जिससे फलिया दागी होकर सडन पकडने लगेगी इसका खामियाजा किसानों को मटर की फलिया तुड़वाने पर बाजार में कम दाम में विक्रय दर के रूप में भुगतना पड़ेगा इस बारिश ने किसानों के आशिक कार्य जरूर प्रभावित किए हैं सारंगी क्षेत्र के ट्यूबवेल की अवधि बढ़ गई है बारिश होने से ट्यूबवेल आदि में भूमिगत जल स्तर सताई लेवल पर जरूर आ गया था लेकिन लहसुन मटर गेहूं में सिंचाई हेतु निरंतर प्रयोग करने की स्थिति में मोटर पंप चालू करते ही उसी रफ्तार से भूमिगत जल सत्र निरंतर गति से नीचे की ओर जा रहा था जिससे लहसुन प्याज की फसल लेने पर शंका के बादल मंडरा रहे थे लेकिन 24 घंटे से अधिक समय बारिश से रवि फसलों में लगभग अगले एक पखवाडे तक सिंचाई की जरूरत नहीं होगी हालांकि सारंगी क्षेत्र में माही नहर से भरपूर पानी मिल रहा है कुल मिलाकर यह बारिश किसानों के लिए अमृत वर्षा के रूप में हुई बारिश होते ही फसलों से कई किसानों के चेहरों पर चमक दिख रही हैं।