ठेकेदार की विफलता के कर्मों की सजा भुगत रहे हैं ग्रामीण जन…..करोड़ रुपए खर्च के बाद भी मिशन नल जल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी।
झकनावदा@नारायण राठौड़
झकनावदा:- झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील की सबसे बड़ी कहे जाने वाली ग्राम पंचायत झकनावदा मे वर्षों से गर्मी में पेयजल जल संकट का सामना जनता को करना पड़ता आ रहा है। किंतु अगस्त सितंबर माह में ग्राम पंचायत झकनावदा के नलों में पानी नहीं आने से जनता परेशान है।ग्राम पंचायत के पास फिलहाल पर्याप्त पानी है किंतु व्यवस्था सुचारू नहीं होने से ग्राम पंचायत झकनावदा की मिशन नल जल योजना चरमराने लगी है। इतने वर्षों में ग्राम पंचायत के वाटर बॉक्स विद्युत लाइन के लिए निजी ट्रांसफार्मर नहीं होने से वोल्टेज समस्या के कारण यह समस्या खड़ी हुई है। इसको लेकर जनप्रतिनिधियों को समय के पूर्व ध्यान आकर्षित होना था । यह समस्या प्रतिवर्ष ग्राम पंचायत के सामने आती है।
*केंद्र सरकार की मिशन नल जल योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट*
शासन की मिशन नल जल योजना का विधिवत शुभारंभ किया गया था। जिससे शासन को उम्मीद थी कि प्रत्येक घरों में शुद्ध जल नियमित रूप से मिलेगा। जिसके लिए करोड़ों रुपए खर्च कर ग्राम पंचायत में कार्य प्रारंभ किया किंतु विभागीय अधिकारियों के द्वारा उचित क्रियान्वयन नहीं करते हुए इस योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दी गई है। करीब 2 वर्षों में भी यह योजना अधूरी पड़ी है। जिससे जनता की उम्मीद मिशन नल जल योजना से टूटती नजर आ रही है।
*आखिर ठेकेदार क्यों नही ले रहे सुध*
केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री नरेंद्र जी मोदी ने जो मिशन नल जल योजना चलाई अभियान चलाया है यह तो अच्छी बात है। लेकिन मिशन नल जल योजना का कार्य ठेके पर देखकर समय पर पूर्ण करना तय किया गया था। लेकिन झकनावदा नगर की मिशन नल जल योजना पूर्णतः विफल नजर आ रही है। यहां कहने को तो ठेकेदार द्वारा विशाल पानी की टंकी का निर्माण तो कर दिया गया है, लेकिन उसमें आज तक एक बूंद पानी नहीं पहुंचा। मिशन नल जल योजना के अंतर्गत 2 वर्षों में भी आधे गांव में गड्ढे खोदकर प्लास्टिक की नलिया बिछाई दी गई व आधा गांव इस योजना से वंचित व अधूरा ज्यों की त्यो पड़ा हुआ है। उल्टी मिशन नल जल योजना ने नगर में जगह-जगह गड्ढे खोदकर नगर की सुंदरता बिगड़ दी है।
*इनका कहना है*
मिशन नल जल योजना के ठेकेदार को निर्देशित कर दिया गया है वह शीघ्र ही चार दिन के भीतर कार्य प्रारंभ करेगा। हमारे द्वारा ठेकेदार पर काफी दबाव बनाया गया है। अन्यथा ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
*शैलेश भटेवरिया, एस.डी.ओ.पी.एच.ई. विभाग झाबुआ।*
माता एवं बहनों को पेयजल नही मिलना इस समय में एक बड़ी समस्या है। माता बहनों को दूर दराज जाकर पेयजल लाना पड़ रहा है। महिलाओं के लिए दूर से पेयजल लाना एक अपने आप में बहुत बड़ी समस्या है। पेयजल समय पर उपलब्ध होना चाहिए।
*गृहिणी श्रीमती ज्योति -बबलू राव झकनावदा।*
इस संबंध में पी. एच. ई. विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। मिशन नल जल योजना के ठेकेदार से मोबाइल पर संपर्क करने पर वह फोन नहीं उठाता है। जबकि नगर के आसपास पेयजल प्रयाप्त है। लेकिन ठेकेदार की लापरवाही एवं वोल्टेज के कारण हम पेयजल उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं।
*जितेंद्र राठौड़,भाजपा युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष झाबुआ।*
मे देश के प्रधानमंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दोनों पर सीधा आरोप लगाता हू कि आप बातें बड़ी-बड़ी करते हो। व शिवराज सिंह चौहान अपने आप को बेटियों का मामा व लाडली बहनों के भाई बनते हैं। लेकिन आज पेयजल के लिए बेटियां,माताएं, बहने व ग्रामीण तरस रहे हैं। व घोषणा वीर मुख्यमंत्री ने किसानों को 8 घंटे बिजली देने का वादा किया था। व अब किसानों को 4 घंटे बिजली प्राप्त हो रही है। किसानों का कोई भला नहीं है। मुख्यमंत्री मात्र घोषणा वीर है। मैं मीडिया के माध्यम से कहना चाहता हूं कि सरकार को भगवान सद्बुद्धि दे। इधर इंद्रदेव नहीं बरस रहे हैं तो किसानों को कम से कम 8 घंटे बिजली उपलब्ध करवाए। नहीं तो हम 7 तारीख को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौप कर पूरे पेटलावद तहसील का धरना प्रदर्शन करेंगे।
*वालसिंह मेड़ा,विधायक पेटलावद।*